इंसानों का सबसे बड़ा दुश्मन मच्छर
इंसानों का सबसे बड़ा दुश्मन मच्छर
मच्छर दिखने में भले ही एक छोटा सा जीव हैं लेकिन दुनियाभर में मनुष्यों का सबसे बड़ा दुश्मन मच्छर ही हैं | मच्छर से बड़ा दुश्मन मनुष्यों का कोई भी जीव नहीं हैं | क्योंकि मच्छर के काटने से हर साल पूरी दुनिया में लगभग 10 लाख लोगों की मौत हो जाती हैं |
- मच्छर डायनासोरों से भी पहले से ही पृथ्वी पर मौजूद हैं |
- दुनियाभर में मच्छरों की 3500 से अधिक प्रजातियाँ खोजी जा चुकी हैं |
- केवल मादा मच्छर ही जीवों का खून चूसती हैं | क्योंकि मादा मच्छर को अंडे के परिवर्धन के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती हैं जो रक्त से प्राप्त होता हैं | जबकि नर मच्छर पेड़ – पौधों का रस चूसतें हैं |
- मच्छरों के कारण अनेक बीमारियाँ फैलती हैं | जैसे – डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जीका आदि |
- मादा एनाफिलिज ( Anopheles ) मच्छर के काटने से मलेरिया रोग होता हैं |
- मलेरिया से हर वर्ष करीब 30 करोड़ लोग प्रभावित होते हैं |
- मादा एडीज एजेप्टी ( Aedes Aegypti ) मच्छर के काटने से डेंगू रोग होता हैं |
- एडिस मच्छर के काटने से चिकनगुनिया और जीका रोग होता हैं |
- सामान्यता मच्छर की आयु 14 दिन से 56 दिन होती हैं | मादा मच्छर की आयु नर से अधिक होती हैं |
- मच्छर अन्टार्कटिका महादीप को छोड़कर लगभग सभी जगहों पर पायें जाते हैं |
- मादा मच्छर सामान्यता रुके हुए पानी में अंडे देती हैं |
- मच्छर के मुँह में 47 दाँत व एक चूसक अंग पाया जाता हैं |
- मच्छर O ब्लड ग्रुप वाले लोगों को ज्यादा काटतें हैं |
- मादा मच्छर एक बार में लगभग 300 या इससे अधिक अंडे देती हैं |
- मच्छर मनुष्य की गंध सूँघ सकता है | पसीने के द्वारा और CO2 के द्वारा |
हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार CRISPR नामक तकनीक के द्वारा मच्छरों के DNA में बदलाव करके ऐसे मॉडिफाइड मच्छर तैयार किये गए हैं | जो कोई रोग नहीं फैलाते और रोग फैलाने वाले मच्छरों के साथ मिलकर प्रजनन करतें हैं | प्रजनन से पैदा होने वाले मच्छर भी कोई रोग उत्पन्न नहीं करते हैं | जिससे धीरे – धीरे सारे मच्छर नष्ट हो जाएँगे |लेकिन इस तकनीक में यह बड़ी समस्या हैं कि पृथ्वी पर मौजूद सभी मच्छरों को नष्ट करने के लिए कैसे लागू किया जाये | और दुसरी समस्या यह हैं कि इससे जैव विविधता नष्ट हो सकती हैं तथा नए घातक रोग उत्पन्न हो सकते हैं |
मच्छरों से बचने के घरेलु उपाय –
मच्छरों से बचने का सबसे अच्छा उपाय हैं सोतें समय मच्छरदानी का उपयोग करें | पानी पर मच्छरों के लार्वा तैरते हैं लेकिन पानी में मिट्टी का तेल छिड़क देने पर उसका पृष्ठ तनाव कम हो जाता हैं | जिससे लार्वा डूबकर मर जातें हैं |
- पूरे शरीर को ढकने वाले कपडें पहने |
- अपने घरों के आस – पास पानी जमा न होने दें और साफ़ – सफाई रखें |
- मच्छरों से बचने के लिए कृत्रिम रूप से बनाई गई दवाओं और मच्छर मारने के लिए प्रचलित अन्य जहरीले साधनों का उपयोग न करें |