युनिवर्स में जीवन
युनिवर्स में जीवन –
किसी भी ग्रह पर जीवन के पनपने के लिए कुछ अनुकुल हालात की आवश्यकता होती हैं | तभी जीवन की उत्पत्ति होना संभव हैं |
इसके लिए मुख्य अणुओं की आवश्यकता हैं | –
1 . तरल जल ( H2O )
2 . कार्बन
3 . DNA ( DNA जैसा अणु जो स्वयं की copy बनाने में सक्षम हो )
तरल जल – जल एक universal solvent है क्योंकि इसमे लगभग सभी रसायन घुल सकते हैं | इसका पैरावैधुतांक 80 होता हैं तथा तरल जल के अणु सामान्य प्रकार के होतें हैं | जल ठोस, द्रव, गैस तथा भाप / वाष्प सभी रूपों में पाया जाता हैं | कोशिका के सभी प्रमुख घटक जल में आसानी से घुल जाते हैं | उदहारण – प्रोटीन, DNA, बहुशर्काराएँ आदि |
कार्बन – कार्बन (C) का परमाणु क्रमांक 6 होता हैं तथा इसकी संयोजकता 4 है | कार्बन के परमाणुओं में कैटीनेशन नामक एक विशेष गुण पाया जाता हैं | जिसके कारण कार्बन के बहुत से परमाणु आपस में संयोग करके एक लम्बी श्रंखला का निर्माण कर लेते हैं | और यह 4 अन्य अणुओं के साथ बन्ध बनाकर असाधारण रूप से जटिल अणु का निर्माण कर सकता हैं | यह एक अधातु हैं | जबकि 4 संयोजकता वाले अन्य अणु कार्बन के जैसे जटिल अणु नहीं बना सकते हैं | सबसे अधिक श्रृंखला बनाने का गुण कार्बन में ही होता हैं |
DNA – DNA जैसे अणु – DNA हर एक जीवित कोशिका के लिए अनिवार्य हैं | DNA का स्वरूप एक हजार वर्षों में बहुत कम बदलता हैं | अतः इसका उपयोग विभिन्न प्राणियों के संयुक्त पूर्वजों की खोज में किया जाता हैं | DNA के अणुओं के अलावा अन्य कार्बन के जटिल अणु स्वयं की copy बना देने वाले अणु ज्ञात नहीं हैं | और DNA में जीवन के लिए आवश्यक खुबियाँ हैं |