दुनिया भर में लोग 4जी कनेक्टविटी का इस्तेमाल कर रहे हैं तथा जल्द ही 5G भी हमारे बीच दस्तक देने वाला है। 5G कनेक्टविटी के लिए दुनियाभर के लोग काफी उत्सुक हैं तथा स्मार्टफोन कंपनियों ने भी इसके लिए पूरी तरह से अपनी कमर कस ली है। विशेषज्ञों का मानना है कि 5G तकनीक की वजह से 1GB प्रति सेकंड की स्पीड मिलेगी जो कि 4G की तुलना में लगभग 25 गुना तेज है। वहीं रिपोर्ट्स की मानें तो दक्षिण कोरिया तथा चीन जैसे देशों में 5G की शुरुआत पहले होगी और उसके बाद भारत में भी यह तकनीक उपलब्ध हो जाएगा।
रशियन टाइम्स चैनल ने कुछ दिन पहले ही अपने एक प्रोग्राम में 5जी को इंसानों और जीवों के लिए खतरा बताया। चैनल के पैनल में बैठे विशेषज्ञों ने दावा किया कि 5जी से राष्ट्र की सुरक्षा को भी खतरा है और इसका इंसानों की सेहत पर बहुत ही घातक प्रभाव पड़ेगा। रिपोर्ट में दिखाया गया 20 कि 5जी के रेडिएशन की वजह से दिमागी कैंसर, बांझपन और अल्जाइमर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं जो कि मानव जीवन के लिए काफी हानिकारक है।
साथ ही कई विशेषज्ञों का यह भी दावा है कि 5जी के कारण कई प्रकार के कैंसर भी हो सकते हैं लेकिन इसके विपरीत साल 2014 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट की माने तो WHO ने कहा था कि मोबाइल फोन के नेटवर्क से सेहत को लेकर कोई खतरा नहीं है।