आगरा की छात्रा संजली की हत्या के विरोध में मेरठ में भी प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने संजली के हत्यारों को जल्द गिरफ्तार कर फांसी देने की मांग की।
Post Write By-UpendraArya, RajKishor
मेरठ, जेएनएन। आगरा के ग्राम लालऊ की कक्षा दस की छात्रा संजली को 19 दिसम्बर को सरेआम पेट्रोल डालकर जलाने के मामले को लेकर एससी-एसटी, ओबीसी, माइनोरिटी वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिलाधिकारी को देकर न्याय की गुहार लगाई। चेतावनी दी कि हत्यारों की गिरफ्तारी में देरी की गई तो प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जाएगा।
फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले मुकदमा
संस्था के सचिव एड चमन भारती ने कहा कि घटना के चार दिन बाद भी हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। खुलेआम कानून को हाथ में लेकर अपराधी अपराध कर रहे हैं। दरिंदे खुलेआम घूम रहे हैं। ज्ञापन में मांग की गई कि हत्यारों को गिरफ्तार किया जाए। फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर फांसी दी जाए।
परिवार को मिले एक करोड़ की मदद
संजली को शहीद का दर्जा दिया जाए। संजली के परिवार को एक करोड़ नकद आर्थिक सहायता और परिवार में एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। आगरा के किसी डिग्री कॉलेज का नाम या मुख्य मार्ग का नाम संजली के नाम किया जाए। बालिकाओं के प्रति हिंसा के विरुद्ध सहायता के लिए संजली राज्य राहत कोष का गठन किया जाए। ज्ञापन देने वालों में अशोक टकसाल मोहित भाटिया, सतवीर लिसाड़ी, विक्की गौतम, राजेन्द्र कुंडा आदि मौजूद रहे।
संजलि हत्याकांड: पुलिस को मिले अहम सुराग, जल्द हो सकता है खुलासा
आगरा में हाईस्कूल की छात्रा संजलि को जिंदा जलाने की वारदात किसी परिचित ने की है, यह बात पहले ही मानी जा रही है। अब पुलिस की जांच भी इसी दिशा में आगे बढ़ गई है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं। जल्द ही खुलासा हो सकता है।
पुलिस ने अभी तक 20 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। छह लोगों से अभी भी पूछताछ की जा रही है। अन्य को छोड़ा जा चुका है। खुफिया पुलिस की टीम भी गांव में लगा दी गई है। पुलिस ने गांव के आम लोगों में से भी कई को यह जिम्मा सौंपा है कि कातिलों के बारे में सुराग लगाकर दिया जाए। संजलि की सहेलियों से भी पूछताछ की गई है।
उसके परिवार से सदस्य कोई ऐसी जानकारी नहीं दे पा रहे हैं, जिससे खुलासे के लिए पुलिस को लाइन मिल जाए लेकिन गांव के लोगों से ही कुछ सुराग मिले हैं। गांव के लोगों ने उन युवकों पर शक जाहिर किया है, जो इस तरह की वारदात कर सकते हैं। इनके व्यवहार, पुरानी खुराफातों के आधार पर यह जानकारी पुलिस को दी गई है।
पुलिस इसी पर काम कर रही है। सीओ अछनेरा नम्रता श्रीवास्तव ने संजलि के परिवार के लोगों से अलग से जानकारी जुटाई है। महिला पुलिस की एक टीम सिविल यूनिफार्म में भी गांव में सक्रिय की गई है, जो महिलाओं के बीच की जानकारी लेकर दे रही है।
एसएसपी अमित पाठक, एसपी पश्चिम अखिलेश नारायण समेत कई अधिकारियों ने मलपुरा थाना में डेरा डाल दिया है। ये अधिकारी कई बार लालऊ के चक्कर लगा चुके हैं। खुफिया पुलिस के अधिकारियों ने भी कुछ जानकारी जुटाकर पुलिस के आला अधिकारियों के दी हैं।
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