फ़ेसबुक की सुरक्षा में सेंध : 5 करोड़ खातों पर ख़तरा
फ़ेसबुक का कहना है कि एक सुरक्षा चूक की वजह से क़रीब पांच करोड़ यूज़र्स के खातों पर हैकिंग का ख़तरा पैदा हुआ है.
कंपनी ने एक बयान में कहा है कि हैकरों ने फ़ेसबुक के एक फ़ीचर में तकनीकी खामी का फ़ायदा उठाया है.
इस फ़ीचर को 'व्यू एस' कहते हैं जिसके ज़रिए यूज़र ये देख सकते हैं कि बाकी लोगों को उनका प्रोफ़ाइल कैसा दिखता है.
फ़ेसबुक का कहना है कि सुरक्षा में सेंध की जानकारी मंगलवार को हुई है और पुलिस को इस बारे में सूचित कर दिया गया है.
कंपनी में सुरक्षा के प्रमुख गॉय रोज़ेन के मुताबिक इस खामी को दुरस्त कर दिया गया है.
उन्होंने कहा, "हमने अपनी जांच अभी शुरू ही की है, हमें ये पता लगाना है कि क्या खातों का ग़लत इस्तेमाल किया गया या जानकारियां चुराईं गईं. हमें अभी ये नहीं पता है कि इस साइबर हमले के पीछे कौन है और ये हमला कहां से किया गया."
उन्होंने कहा, "लोगों की निजता और सुरक्षा बेहद अहम है और जो हुआ है हम उसके लिए माफ़ी चाहते हैं."
फ़ेसबुक का 'व्यू एस' एक प्राइवेसी फ़ीचर है जिसके तहत यूज़र ये जान सकते हैं कि अन्य लोगों को उनका प्रोफ़ाइल कैसे दिखता है. इससे यूज़र को ये पता चल जाता है कि फ़ेसबुक पर फ़्रेंड्स, फ़्रेंड्स के फ़्रेंडस को और सार्वजनिक रूप से उनकी क्या-क्या जानकारियां दिख रही हैं.
रोज़ेन बताते हैं, "हमलावरों को इसमें कई ख़ामियां मिलीं जिनके ज़रिए उन्होंने फ़ेसबुक एक्सेस टोकेन चुरा लिए, इनसे वो दूसरे के अकाउंट अपने हाथ में ले सकते हैं."
वो बताते हैं, "एक्सेस टोकेन डिजीटल कीज़ की तरह होते हैं जिनके ज़रिए यूज़र फ़ेसबुक पर लॉग इन रहते हैं और हर बार एप का इस्तेमाल करने पर उन्हें पासवर्ड नहीं डालना पड़ता है."
कंपनी ने एक बयान में कहा है कि हैकरों ने फ़ेसबुक के एक फ़ीचर में तकनीकी खामी का फ़ायदा उठाया है.
इस फ़ीचर को 'व्यू एस' कहते हैं जिसके ज़रिए यूज़र ये देख सकते हैं कि बाकी लोगों को उनका प्रोफ़ाइल कैसा दिखता है.
फ़ेसबुक का कहना है कि सुरक्षा में सेंध की जानकारी मंगलवार को हुई है और पुलिस को इस बारे में सूचित कर दिया गया है.
कंपनी में सुरक्षा के प्रमुख गॉय रोज़ेन के मुताबिक इस खामी को दुरस्त कर दिया गया है.
उन्होंने कहा, "हमने अपनी जांच अभी शुरू ही की है, हमें ये पता लगाना है कि क्या खातों का ग़लत इस्तेमाल किया गया या जानकारियां चुराईं गईं. हमें अभी ये नहीं पता है कि इस साइबर हमले के पीछे कौन है और ये हमला कहां से किया गया."
उन्होंने कहा, "लोगों की निजता और सुरक्षा बेहद अहम है और जो हुआ है हम उसके लिए माफ़ी चाहते हैं."
फ़ेसबुक का 'व्यू एस' एक प्राइवेसी फ़ीचर है जिसके तहत यूज़र ये जान सकते हैं कि अन्य लोगों को उनका प्रोफ़ाइल कैसे दिखता है. इससे यूज़र को ये पता चल जाता है कि फ़ेसबुक पर फ़्रेंड्स, फ़्रेंड्स के फ़्रेंडस को और सार्वजनिक रूप से उनकी क्या-क्या जानकारियां दिख रही हैं.
रोज़ेन बताते हैं, "हमलावरों को इसमें कई ख़ामियां मिलीं जिनके ज़रिए उन्होंने फ़ेसबुक एक्सेस टोकेन चुरा लिए, इनसे वो दूसरे के अकाउंट अपने हाथ में ले सकते हैं."
वो बताते हैं, "एक्सेस टोकेन डिजीटल कीज़ की तरह होते हैं जिनके ज़रिए यूज़र फ़ेसबुक पर लॉग इन रहते हैं और हर बार एप का इस्तेमाल करने पर उन्हें पासवर्ड नहीं डालना पड़ता है."
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