Facebook से उठा यूजर्स का विश्वास, अकाउंट ना इस्तेमाल करने वालों को भी कर रही ट्रैक || Facebook Cheat the Users.

सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट Facebook पिछले कुछ समय से खबरों में बनी हुई है। हालांकि, इसकी वजह अच्छी नहीं हैं। इसके पीछे कई बड़े कारण मौजूद हैं। लाखों यूजर्स का डाटा मिस्यूज होना हो या डाटा और फोटोज लीक होना फेसबुक के लिए आम बात रही है।
अब कंपनी अपनी छवि सुधारने के लिए अपने यूजर्स को चाहें वो फेसबुक का हिस्सा हो या नहीं, ट्रैक कर रही है।




नॉन-फेसबुक यूजर्स भी हो रहे हैं ट्रैक:
प्राइवेसी इंटरनेशनल ने एक रिसर्च में यह बताया है कि किस तह Facebook के साथ एंड्रॉइड डाटा शेयर करता है। इस रिसर्च में बताया गया है
कि 61 फीसद ऐप्स Facebook को Facebook डेवलपमेंट किट के जरिए डाटा शेयर करता है। यह किट ऐप्स के अंदर ही एम्बेड होती है। आपको बता दें कि अगर किसी एंड्रॉइड या iOS यूजर ने Facebook पर अकाउंट नहीं भी बनाया है तो भी डाटा Facebook पर शेयर किया जा सकता है।

उदाहरण के तौर पर: रिसर्चर्स ने उन एंड्रॉइड यूजर्स पर भी स्टडी की है जिनका Facebook पर अकाउंट नहीं है। लेकिन फिर उनका डाटा Facebook पर शेयर किया गया है क्योंकि उन्होंने Qibla Connect, Period Tracker Clue, Indeed और My Talking Tom जैसी ऐप्स डाउनलोड की थीं। वहीं, इसकी जानकारी Facebook को भी नहीं है।


40 फीसद लोग नहीं करते Facebook पर विश्वास: 
रिसर्च कंपनी Toluna द्वारा की गई रिसर्च में यह बताया गया है कि Facebook को दुनिया की सबसे कम विश्वसनीय कंपनी का खिताब मिला है। 1000 में 40 फीसद लोग Facebook पर विश्वास नहीं करता है। कम विश्वसनीय कंपनियों में ट्विटर और

अमेजन दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं। वहीं, Microsoft उन कंपनियों में से एक है जिनपर यूजर्स विश्वास करते हैं। क्योंकि केवल 2 फीसद ही लोग ऐसे हैं जिन्हें यहां निजी जानकारी शेयर करने से कोई परेशानी है। वहीं, केवल 4 फीसद लोग ही एप्पल के साथ अपना डाटा इस्तेमाल नहीं करते हैं।



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