क्यों लटकाये जाते हैं घर दूकान के बाहर नींबू-मिर्च, जानिए धार्मिक और वैज्ञानिक कारण
भारत संस्कृति और पंरपराओं का देश है। इस देश ने भले ही दुनिया को बहुत से वैज्ञानिक दिए हों, लेकिन यहां अब भी वैज्ञानिक तथ्यों से ज्यादा अंधविश्वास पर ही विश्वास किया जाता है। लोग अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए अंधविश्वास से जुड़ी वो हर चीजों को मानते हैं, जिसमें वो अपना फायदे देखते है। उन्हें शुभ अशुभ मानते हुए उन सभी नियमों का पालन करते हैं जो काफी समय से चले आ रहें हैं।
भारत में नींबू और मिर्च को एक धागे में पिरोकर घरों, दफ्तरों, दुकानों यहां तक की ट्रकों और रिक्शा में भी लटकाना एक आम चीज़ है, जो अक्सर हमें देखने को मिलती है। इसके पीछे पौराणिक कारण है तो अंधविश्वास और वैज्ञानिक कारण भी। आइए जानते हैं आखिरकार क्या मतलब है नींबू-मिर्च को घरों और दुकानों के बाहर टांगने का-
पौराणिक
पौराणिक रूप से देखें तो यह माना जाता है कि है कि दुर्भाग्य की देवी अलक्ष्मी को खट्टा, तीखा और मसालेदार भोजन बहुत प्रिय है। इसलिए अलक्ष्मी को जहां अपना प्रिय भोजन दिखता है वह खाकर बाहर से ही चली जाती है।
पौराणिक रूप से देखें तो यह माना जाता है कि है कि दुर्भाग्य की देवी अलक्ष्मी को खट्टा, तीखा और मसालेदार भोजन बहुत प्रिय है। इसलिए अलक्ष्मी को जहां अपना प्रिय भोजन दिखता है वह खाकर बाहर से ही चली जाती है।
अंधविश्वास
असल में जब भी कोई अपनी दूकान खोलता है, तो वह उसके आगे नींबू मिर्च लगा देता है। ताकि कोई भी बुरी नजर वाला उसकी दूकान की तरफ देखे भी तो, वो उसकी तरफ ज्यादा देर तक देख पाए क्योंकि देर तक देखने से उसका मन खट्टा हो जायेगा और इसका प्रभाव उसे बचा लेगा। मतलब दुकान को बुरी नजर वालों से बचाने के लिए दुकान के बाहर नींबू-मिर्ची लगाया जाता है। कुछ ऐसा ही सोचकर लोग अपने घरों, दफ्तरों, ट्रक, रिक्शे इत्यादि के बाहर नींबू-मिर्ची एक धागे में पिरोकर लगाते हैं।
असल में जब भी कोई अपनी दूकान खोलता है, तो वह उसके आगे नींबू मिर्च लगा देता है। ताकि कोई भी बुरी नजर वाला उसकी दूकान की तरफ देखे भी तो, वो उसकी तरफ ज्यादा देर तक देख पाए क्योंकि देर तक देखने से उसका मन खट्टा हो जायेगा और इसका प्रभाव उसे बचा लेगा। मतलब दुकान को बुरी नजर वालों से बचाने के लिए दुकान के बाहर नींबू-मिर्ची लगाया जाता है। कुछ ऐसा ही सोचकर लोग अपने घरों, दफ्तरों, ट्रक, रिक्शे इत्यादि के बाहर नींबू-मिर्ची एक धागे में पिरोकर लगाते हैं।
वैज्ञानिक कारण :
जहां आपने नींबू-मिर्ची टांगे जाने के पौराणिक और अंधविश्वास के बारे में जाना, वहीं अब हम आपको इसके वैज्ञानिक कारणों के बारे में बाततें हैं-
जहां आपने नींबू-मिर्ची टांगे जाने के पौराणिक और अंधविश्वास के बारे में जाना, वहीं अब हम आपको इसके वैज्ञानिक कारणों के बारे में बाततें हैं-
नींबू और मिर्च में साइट्रिक एसिड की मात्रा भरपूर पाई जाती है। जो बाहरी बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करता है और उसी से बचने के लिए और अपनी सेहत को बनाये रखने के लिए लोग अपने घरों के बाहर नींबू के साथ मिर्च को बांधकर लटकाते थे। जिसे आज के लोग नजर बचाने वाला यंत्र मानने लगे हैं।
दूसरा तथ्य है कि नींबू में मिर्च फंसाने के लिए उसमें होल किया जाता है। इससे नींबू की खुशबू फैलती है, जिससे आस-पास के लोग अच्छा फील करते है और उससे कीड़े भी नहीं आते है। उसकी खुशबू हवा को फ्रेश बनाए रखती है।
रास्ते पर पड़े नींबू-मिर्च पर क्यों नहीं रखने चाहिए पैर :
वहीं आप ने अधिकतर बड़े बुजुर्गो को कहते हुए सुना होगा कि सड़क पर यदि नींबू मिर्च पड़े हों तो उस पर पैर नहीं रखना चाहिए। इसके पीछे कोई अंधविश्वास नहीं है। इसका एक बहुत बड़ा कारण है।
वहीं आप ने अधिकतर बड़े बुजुर्गो को कहते हुए सुना होगा कि सड़क पर यदि नींबू मिर्च पड़े हों तो उस पर पैर नहीं रखना चाहिए। इसके पीछे कोई अंधविश्वास नहीं है। इसका एक बहुत बड़ा कारण है।
दुकानों या घरों में लगे नींबू-मिर्च को उस स्थान से हटाकर सड़क पर फेंका ही इसलिए जाता है ताकि लोगों के पैर उस पर पड़े। इससे उस व्यक्ति का तो फायदा होता है क्योंकि जितना ज्यादा वो नींबू मिर्च कुचले जाते है उतना ही नकारात्मक सोच व बुरी नजर का प्रभाव कम होता है, और उसकी दुकान या घर पर उसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है । लेकिन जो लोग उस पर पैर रखते हैं, उस नकारात्मक ऊर्जा या बुरी नजर का प्रभाव उनके जीवन पर पडऩे लगता है और उनकी तरक्की व अच्छे कार्यो में बाधा आने लगती है।
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि नींबू मिर्ची टांगने के पीछे सबके अपने अपने कारण हैं और काफी तक तक यह लोगों की आस्था पर टिका है।
अगर इस लेख से आपको कोई भी मदद मिलती है तो हमें बहुत खुशी होगी। अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे। हमारी शुभकामनाएँ आपके साथ है, हमेशा स्वस्थ रहे और खुश रहे।