एलियंस का गढ़ माना जाता है एरिया 51, जानिए इस जगह से जुड़े रहस्यमयी FACTS
Mysterious Facts Of Area 51: US स्टेट्स एयर फाॅर्स के अंदर आने वाले एरिया 51 के बारे में काफी कम लोगों को पता है। ये एरिया दुनिया के सबसे रहस्यमयी जगहों में एक मानी जाती है। कहा जाता है कि यहां अमेरिकी सरकार के कई सीक्रेट्स दफन हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं एरिया 51 से जुड़े 9 रोचक फैक्ट्स-
एलियंस का गढ़ माना जाता है एरिया 51
दुनिया में कई जगहों पर एलियंस के देखे जाने के दावे किए जाते हैं। लेकिन एरिया 51 में इन दावों में छुपी हकीकत देखने को मिलती है। इस जगह के आसपास कई बार ऐसी चीजें मिली हैं, जो इस दावे को पक्का करती हैं कि एलियंस होते हैं। अमेरिका के सीनियर साइंटिस्ट बॉयड बुशमैन एरिया 51 में जा चुके हैं। उन्होंने 2014 में अपने एक स्टेटमेंट से तहलका मचा दिया था। उन्होंने बताया था कि वो दूसरी दुनिया के प्राणी यानी एलियंस से बात कर चुके हैं। साथ ही उन्होंने वो तरीका भी बताया था, जिससे ये एलियंस मात्र एक घंटे में पृथ्वी से अपने ग्रह का सफर तय करते हैं।
दुनिया में कई जगहों पर एलियंस के देखे जाने के दावे किए जाते हैं। लेकिन एरिया 51 में इन दावों में छुपी हकीकत देखने को मिलती है। इस जगह के आसपास कई बार ऐसी चीजें मिली हैं, जो इस दावे को पक्का करती हैं कि एलियंस होते हैं। अमेरिका के सीनियर साइंटिस्ट बॉयड बुशमैन एरिया 51 में जा चुके हैं। उन्होंने 2014 में अपने एक स्टेटमेंट से तहलका मचा दिया था। उन्होंने बताया था कि वो दूसरी दुनिया के प्राणी यानी एलियंस से बात कर चुके हैं। साथ ही उन्होंने वो तरीका भी बताया था, जिससे ये एलियंस मात्र एक घंटे में पृथ्वी से अपने ग्रह का सफर तय करते हैं।
लोगों के मन में इस जगह को लेकर बैठा है डर
कई ऐसे लोग हैं, जो इस जगह पर जाना नहीं चाहते हैं। एडवर्ड लोविक नाम का एक शख्स, जो इस जगह पर 30 से ज्यादा सालों तक रह चुके हैं, उन्होंने लोगों के मन में बैठे डर को कम करने के लिए इस जगह का नाम पैराडाइज रैंच रखा था। लेकिन अब भी लोग इस खुफिया जगह पर जाने से डरते हैं। कई एलियंस की डेड बॉडीज वाली फोटोज भी इस एरिया से सामने आ चुकी हैं।
कई ऐसे लोग हैं, जो इस जगह पर जाना नहीं चाहते हैं। एडवर्ड लोविक नाम का एक शख्स, जो इस जगह पर 30 से ज्यादा सालों तक रह चुके हैं, उन्होंने लोगों के मन में बैठे डर को कम करने के लिए इस जगह का नाम पैराडाइज रैंच रखा था। लेकिन अब भी लोग इस खुफिया जगह पर जाने से डरते हैं। कई एलियंस की डेड बॉडीज वाली फोटोज भी इस एरिया से सामने आ चुकी हैं।
जानलेवा है ये जगह
अगर यहां आपकी जान एलियंस और न्यूक्लियर हथियारों से बच जाए, तो भी आप खतरे में हैं। दरअसल, इस जगह पर कई जहरीले मटेरियल्स अनसेफ तरीके से डंप किए गए हैं। इस वजह से यहां रहने वाले लोगों को स्किन डिजीज से लेकर कैंसर तक हो जाता है।
अगर यहां आपकी जान एलियंस और न्यूक्लियर हथियारों से बच जाए, तो भी आप खतरे में हैं। दरअसल, इस जगह पर कई जहरीले मटेरियल्स अनसेफ तरीके से डंप किए गए हैं। इस वजह से यहां रहने वाले लोगों को स्किन डिजीज से लेकर कैंसर तक हो जाता है।
किसी को नहीं पता आखिर क्यों बनाया गया है ये सीक्रेट प्लेस
CIA ने सबसे पहले इस बात की घोषणा की थी कि अमेरिका में एरिया 51 नाम का कोई सीक्रेट प्लेस है। इससे पहले लोगों के बीच बस इस बात की चर्चा थी कि ऐसी कोई जगह मौजूद है। हालांकि, CIA ने इस बात का कभी जिक्र नहीं किया कि ये सीक्रेट प्लेस आखिर क्यों बनाया गया है?
CIA ने सबसे पहले इस बात की घोषणा की थी कि अमेरिका में एरिया 51 नाम का कोई सीक्रेट प्लेस है। इससे पहले लोगों के बीच बस इस बात की चर्चा थी कि ऐसी कोई जगह मौजूद है। हालांकि, CIA ने इस बात का कभी जिक्र नहीं किया कि ये सीक्रेट प्लेस आखिर क्यों बनाया गया है?
नील आर्मस्ट्रांग कभी चांद पर गए ही नहीं!
जी हां, दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जो ये मानते हैं कि नील आर्मस्ट्रांग कभी चांद पर नहीं गए। एरिया 51 में अमेरिका ने फेक सेटअप लगा कर उनसे मून पर लैंड करने की एक्टिंग करवाई थी। हालांकि, इस बात का कोई प्रमाण नहीं है।
जी हां, दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जो ये मानते हैं कि नील आर्मस्ट्रांग कभी चांद पर नहीं गए। एरिया 51 में अमेरिका ने फेक सेटअप लगा कर उनसे मून पर लैंड करने की एक्टिंग करवाई थी। हालांकि, इस बात का कोई प्रमाण नहीं है।
शायद यहां है कोई बड़ा न्यूक्लियर प्लांट
कई लोगों का ऐसा भी मानना है कि इस जगह पर अमेरिका ने सीक्रेट न्यूक्लियर प्लांट लगा रखा है। और यहीं से कई न्यूक्लियर वेपन्स भी बनाए जाते हैं।
कई लोगों का ऐसा भी मानना है कि इस जगह पर अमेरिका ने सीक्रेट न्यूक्लियर प्लांट लगा रखा है। और यहीं से कई न्यूक्लियर वेपन्स भी बनाए जाते हैं।
यहां किए जाते हैं ड्रोन टेस्ट
कहते हैं कि इस जगह पर अमेरिकी ड्रोन्स की टेस्टिंग की जाती है। U-2 स्पाई प्लेन्स का टेस्ट इसी जगह पर किया गया था। माना जाता है कि अमेरिकी सरकार के इंजीनियर्स इस जगह पर कई मिलिट्री हार्डवेयर बनाते हैं।
कहते हैं कि इस जगह पर अमेरिकी ड्रोन्स की टेस्टिंग की जाती है। U-2 स्पाई प्लेन्स का टेस्ट इसी जगह पर किया गया था। माना जाता है कि अमेरिकी सरकार के इंजीनियर्स इस जगह पर कई मिलिट्री हार्डवेयर बनाते हैं।
गवर्नमेंट ने बंदूक की नोक पर खाली करवाया था एरिया
इस एरिया के आसपास जिन भी लोगों के घर थे, उन्हें अमेरिकी मिलिट्री फाॅर्स ने जबरदस्ती खाली करवाए थे। वजह किसी को बताई नहीं गई, लेकिन जिन्होंने भी जगह खाली करने से मना किया, उन्हें बंदूक की नोक पर डराकर ऐसा करवाया गया।
इस एरिया के आसपास जिन भी लोगों के घर थे, उन्हें अमेरिकी मिलिट्री फाॅर्स ने जबरदस्ती खाली करवाए थे। वजह किसी को बताई नहीं गई, लेकिन जिन्होंने भी जगह खाली करने से मना किया, उन्हें बंदूक की नोक पर डराकर ऐसा करवाया गया।
BBC ने की थी इस जगह पर घुसपैठ
2012 में BBC ने इस जगह पर डॉक्यूमेंट्री बनाने की सोची। इस वजह से कैमरा क्रू यहां चला तो गया लेकिन काफी देर तक वीराने में ड्राइव करने के बाद भी उनके हाथ कुछ नहीं लगा। हालांकि, जैसे ही सिक्योरिटी की नजर उनपर पड़ी, उन्हें जासूस समझकर बंधक बना लिया गया था।
2012 में BBC ने इस जगह पर डॉक्यूमेंट्री बनाने की सोची। इस वजह से कैमरा क्रू यहां चला तो गया लेकिन काफी देर तक वीराने में ड्राइव करने के बाद भी उनके हाथ कुछ नहीं लगा। हालांकि, जैसे ही सिक्योरिटी की नजर उनपर पड़ी, उन्हें जासूस समझकर बंधक बना लिया गया था।